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जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर त्वरित कार्यवाही से नाबालिग बालिका की रूकी शादी

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जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर त्वरित कार्यवाही से नाबालिग बालिका की रूकी शादी राबर्टसगंज- सोनभद्र : (जिला ब्यूरो चीफ पवन कुमार की रिपोर्ट)    आज दिनांक 30 अप्रैल 2023 को विश्वस्त सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुआ कि थाना रावर्टसगंज अन्तर्गत  ग्राम परासी दुबे में एक 17 वर्षीय नाबालिग बालिका की शादी की जा रही है और आज मटमगरा का कार्यक्रम हो रहा है सूचना के सम्बन्ध में तत्काल संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह व पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह के निर्देश पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश कुमार खैरवार ने वन स्टाप सेन्टर केन्द्र प्रशासक /रावर्टसगंज नोडल दीपिका सिंह, जिला बाल संरक्षण इकाई सोनभद्र से ओ आर डब्ल्यू शेषमणि दुबे की संयुक्त टीम गठित कर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु आदेशित किया गया जिसके उपरान्त  संयुक्त टीम द्वारा तत्काल सम्बन्धित थाना रावर्टसगंज से समन्वय स्थापित करते हुए उप निरीक्षक अफरोज आलम के साथ ग्राम परासी दुबे पहुंच कर नाबालिग बालिका के मटमगरा कार्यक्रम को रोकवाते हुए  नाबालिग बालिका के माता-पिता से पूछ ताछ किया गया। उनके द्वारा बताया गय

अक्षय तृतीया की शुभ घड़ी है आई

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अक्षय तृतीया की शुभ घड़ी है आई ठंडी ठंडी बयार से प्रफुल्लित हुआ मन, पंछी भी कितने चहचहाने लगे, भास्कर का उदित नारंगी संग हुआ आगमन... बादल भी जैसे नारंगी रूई के फाहे से सुशोभित हुईं, प्रकृति ने क्या सुबह की मनोरम बेला बिखराई.. रोज़ की भांति पंछियों के दाना, पानी हमने रखा, क्या बताएं कि मन हमारा कितना खुश हुआ.. अक्षय तृतीया की शुभ घड़ी है आई.. पूजन करें श्री लक्ष्मीनारायण, शिव पार्वती मां का, सुख, सौभाग्य, समृद्धि हेतु शांतचित्त आराधना करें.. कभी खत्म न होने वाली खुशी, क्षय न होने का दिन, तृतीया तिथि को मनाई जाती,अक्षय तृतीया का है वो शुभ दिन.. विशेष इसलिए भी हो जाता है आज का दिन, महर्षि परशुराम के अवतरण का भी है शुभ दिन.. मां गंगा के स्वर्ग से धरती पर अवतरित होने का दिन, राजा भागीरथ के तपस्या साकार होने का है दिन.. महर्षि वेदव्यास के महाभारत लिखने का है शुभ दिन, विवाह, गृह प्रवेश, आभूषणों को खरीदने का है शुभ दिन, पितरों को पिंडदान, तर्पण कर पूर्वजों से आशीष पाने का दिन.. चलो आराधना हम देवी देवताओं  का करें, धूप, दीप प्रज्जवलित कर घर की खुशियाली के लिए प्रार्थना करें.. रचनाका

कहानी - आखा तीज (अक्षय तृतीया)

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कहानी - आखा तीज (अक्षय तृतीया) इस पर्व को आखा तीज, अक्षय तृतीया, अक्ति इत्यादि कहते हैं। अलग-अलग शहर अलग-अलग नाम से संबोधित करते है, कन्याओं में एक अलग ही उत्साह रहता है, वो गुड्डे, गुड़ियों के विवाह करती हैं, तरह-तरह के खेल, इत्यादि। आज कल इसका उत्साह कम हो गया है, कितना सुन्दर था मेरा बचपन, ये सब सोच रही थी राशि। अरे राशि .... चिल्लाते हुए स्वर में उसकी जेठानी अरुणा ने आवाज़ लगाई। अरुणा की आवाज़ इतनी तीव्र थी कि राशि की तंद्रा स्वत: ही टूट गई,  जी भाभी, सिर पर पल्लू रखते हुए, हड़बड़ी में कमरे से बाहर निकलते हुए राशि ने कहा। क्या कर रही हो, रसोई भी खाली है, आज़ खाना नहीं बनेगा क्या? कोई पकवान नहीं बनाने क्या? जो इतनी फुर्सत में बैठी हुई थी, कमर पर हाथ रखकर भोंये ऊंची करके अरुणा ने राशि की ओर सवाल दागा। भाभी, वो.... कहती हुई राशि थोड़ी हिचकिचाई,  वो क्या.. अरुणा ने गुस्से से चिल्लाते हुए पूछा। एक्चुली, वो आज़ अक्षय तृतीया है ना, तो मम्मीजी ने कहा है कि पहले पूजा होगी फिर सभी को खाना मिलेगा। राशि ने झिझकते हुए कहा। हा पता है मुझे, परंतु रसोई में पूजा की कोई तैयारी तो मुझे दि

अक्षय तृतीया

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अक्षय तृतीया शुभफल प्रदायिनी अक्षय तृतीया शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि वैशाख मास में मनाई जाती है। स्वयं सिद्धि इस तिथि से मांँगलिक कार्यों का शुभारंभ विवाह, गृह प्रवेश, नव कार्य सनातन धर्म में इसका बड़ा महत्व है इस दिन दान पुण्य का अत्यंत महत्व है, शुभ कार्यों का  अमिट फल मिलता है। आज ही दिन परशुरामजी का महर्षि जमदग्नि रेणुका देवी के घर में जन्म हुआ था, जिन्हें भगवान विष्णु का छठा अवतार कहा जाता है, इस दिन भगवान विष्णु ही नहीं भगवान परशुरामजी की भी पूजा आराधना का विधान है। महाभारत को पाँचवां वेद माना जाता है। वेद व्यास जी ने आज ही महाभारत लेखन शुरु किया था, श्रीमद्भागवत गीता का  जिसमें समावेश है, आज गीता के अठारवें अध्याय का पाठ करना शुभदायक होता है। आज के दिन मांँ गंगा धरा पर अवतरित हुई थीं, वर्षों बरस की भगीरथ तपस्या आज ही तो सफल हुई थी। तभी से परंपरा बन गई गंगा में डुबकी लगाने से सारे पाप दोष मिट जाते हैं। आज ही अन्नपूर्णा माता का जन्मदिन भी मनाते हैं, गरीबों को भोजन और भंडारे भी कराए जाते हैं। अक्षय तृतीया की महिमा अपार है अक्षय फल का मिलता लाभ है।  लेखक- सुधीर श्रीवास्तव गोण

शत शत नमन आपको हे भारतीय संविधान के निर्माता

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शत शत नमन आपको हे भारतीय संविधान के निर्माता भारत की माटी भी गर्वित हुई तुम जैसा रत्न पाकर, "भारत रत्न" से सुशोभित हुईं नाम आपका स्वर्णाक्षरों में सजकर, "सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सनतु निरामया" के सिद्धांत पर नए भारत का निर्माण किया.. अनेकता में एकता, आरक्षण का सही रास्ता दिखाया.. शोषित, दलित गरीब जनता का दर्द करीब से जाना, एकजुटता का संदेश दे, हाथ उनका थामा.. श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया, 14 अप्रैल, 1891 को मध्य प्रदेश इंदौर में हुआ जन्म, जन कल्याण कार्य हेतु सबने गॉड फादर कह बुलाया.. "गौतम बुद्ध", "कबीर" और "ज्योतिबा फुले" को अपना गुरु माना.. अछूत जाति का कहकर सामाजिक शोषण का हुए शिकार, बदले में हमें दे गए समानता और संविधान का अधिकार... लाख बाधाओं के होते हुए भी, उच्च शिक्षा हासिल की, संघर्षमय जीवन में भी, धैर्य और संयम की हमें प्रेरणा दी .. "भारत का राष्ट्रीय अंश", "भारत में जातियां और उनका मशीनीकरण" कितने सारे पुस्तक इनकी लेखनी से सुशोभित हुए, छुआछूत के लिए संघर्ष, समाज सुध

अक्षय तृतीया पर बाल विवाह रोकथाम हेतु वन स्टाप सेन्टर को बनाया गया हब

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अक्षय तृतीया पर बाल विवाह रोकथाम हेतु वन स्टाप सेन्टर को बनाया गया हब सोनभद्र : (जिला ब्यूरो चीफ पवन कुमार की रिपोर्ट) महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार ने वन स्टॉप सेंटर योजना लागू की है। जिला संयुक्त चिकित्सालय लोढ़ी, सोनभद्र में वन स्टॉप सेंटर अस्थाई रूप से बनाया गया है, जहां पर पीड़ित महिलाओं को सुविधाएं प्रदान की जाती है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 181 भी जारी किया गया है साथ हीं मोबाइल नम्बर-  9506918569 जिस पर महिला उत्पीड़न के बारे में सूचना देकर सुविधाएं प्राप्त कर सकती हैं। योजना के तहत किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं को कानूनी सहायता, पुलिस सहायता, 5 दिन का अस्थाई आश्रय रहना व खाना आदि सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाती है। जिला प्रोवेशन अधिकारी राजेश कुमार खैरवार ने बताया कि योजना के तहत घरेलू हिंसा, मारपीट, दुष्कर्म, लैंगिक उत्पीड़न, भावनात्मक उत्पीड़न, बाल विवाह, महिला तस्करी, दहेज उत्पीड़न, एसिड अटैक, साइबर क्राइम, लावारिस महिलाएं आदि को शामिल किया गया है। वन स्टॉप सेंटर पीड़ित महिलाओं के लिए एक सपोर्ट सिस्टम की तरह काम करता है। वन स

पीढ़ी यह मुरझायी

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पीढ़ी यह मुरझायी         यश वैभव के खातिर हमने,                          कीमत बड़ी चुकायी।         संस्कार सब गुम हो गए,                           पापाचार कमायी।।   परिवार से प्रेम विमुख हो, पीढ़ी यह मुरझायी।।          रिश्ते नाते हुए खोखले,                            नही आज सच्चायी।          सुख के चैन हुए रफूचक्कर,                            शेष बची कठिनायी।।   दया धरम के भाव खत्म, दिखती है बेहयायी।   परिवार से प्रेम विमुख हो, पीढ़ी यह मुरझायी।।            बाहर से नैतिकता दिखती,                             अंदर जमी है काई।            निंदा करते जीवन बिता,                              अवसर की कवितायी।   जीवन का आनंद खो गया, शेष बची तन्हायी।   परिवार से प्रेम विमुख हो, पीढ़ी यह मुरझायी।।             ज्यादा पढ़े लिखे लोगो ने,                               नई युक्ति अपनायी।              कैसे पल में हो अमीर,                                रट बस यही लगायी।    प्रगति के इस अंध दौर में, अंध हुई है कमाई।    परिवार से प्रेम विमुख हो, पीढ़ी यह मुरझायी।।               बेचा है इमाम धर

पल्हारी में उत्सव के साथ प्रवेश प्रारंभ

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पल्हारी में उत्सव के साथ प्रवेश प्रारंभ  (सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा जरुरी- डॉक्टर बृजेश महादेव)  सोनभद्र : (जिला ब्यूरो चीफ पवन कुमार की रिपोर्ट) कंपोजिट विद्यालय पल्हारी नगवा सोनभद्र पर डॉ बृजेश कुमार सिंह महादेव ब्लॉक स्काउट मास्टर नगवा द्वारा नए सत्र में बच्चों का पुष्पाहार से स्वागत किया गया. विद्यालय में उपस्थित सभी अभिभावकों को भी माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया. साथ ही संचारी रोग के रोकथाम की जानकारी भी  दी गई तथा डॉक्टर बृजेश महादेव द्वारा बच्चों को अपने घर व आसपास की सफाई के लिए प्रेरित किया गया.  सामान्य समारोह के साथ प्रवेश उत्सव मनाया गया जिसमें एक दर्जन से अधिक बच्चों ने नामांकन कराया. शिक्षक दीपक मौर्य ने इस अवसर पर बच्चों से अपील की कि अपने आसपास के उन बच्चों का नाम विद्यालय में जरूर लिखवाएं जो एक में पढ़ने लायक हो गए हैं. नए कक्षा में नामांकित बच्चों को पुरानी किताबें उपलब्ध कराई गई और नियमित विद्यालय आने के लिए प्रेरित किया गया. इस अवसर पर शिक्षामित्र उर्मिला देवी ने कहा कि सभी अभिभावक अपने आसपास के बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करें. प्रवेश उत्सव

सूचना - अखिल भारतीय विश्वकर्मा ट्रस्ट, वाराणसी की मासिक बैठक दिनांक 02 अप्रैल 2023 को बापू नवोदय विद्यालय, सिगरा वाराणसी में आयोजित

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सूचना -      अखिल भारतीय विश्वकर्मा ट्रस्ट, वाराणसी की मासिक बैठक दिनांक 02 अप्रैल 2023, दिन रविवार को बापू नवोदय विद्यालय, सिगरा वाराणसी में समय सायं 05 बजे से सायं 07 बजे तक बजे तक के मध्य श्री रघुवर दास की अध्यक्षता में आहूत है।            जिसमे निम्नांकित विषयों पर चर्चा ट्रस्ट के प्रबंधक श्री शशिधर पंचगौड़ द्वारा की जाएगी।     1- उन्नीस मार्च को संपन्न हुए होली मिलन समारोह की समीक्षा।     2- पांचाल पत्रिका के प्रकाशन हेतु विज्ञापन पर चर्चा।     3- सदस्यता अभियान संचालन पर मंथन।     4- ट्रस्ट के लोगो व पत्रक छपवाने पर चर्चा।     5- पदाधिकारियों के वार्षिक चुनाव पर विचार।       अध्यक्ष जी अनुमति से अन्य विषय पर चर्चा।       कृपया उक्त बैठक में सभी सदस्यों/पदाधिकारियों से     निवेदन है कि समय से प्रतिभाग अवश्य करने का कष्ट करें, साथ ही अपने बहुमूल्य सुझावों से अवगत करावें।      उक्त आशय की जानकारी डॉक्टर दयाराम विश्वकर्मा, मुख्य मार्ग दर्शक अखिल भारतीय विश्वकर्मा ट्रस्ट वाराणसी ने दी है। 

शैशवी मन के पुलक की कल्पना लिखती रही रश्मि 'लहर'

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शैशवी मन के पुलक की कल्पना लिखती रही-रश्मि 'लहर'  - मेधा श्री सम्मान समारोह, प्रयागराज में सम्मानित हुईं लखनऊ की रश्मि 'लहर' दिनांक  27 मार्च 2023 को शक्ति उपासना पर्व, काव्य गोष्ठी एवं मेधा श्री सम्मान समारोह हुआ संपन्न हुआ। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार महिला मंडल एवं नारी गुरुकुल प्रयाग राज के तत्वावधान में शक्ति उपासना पर्व काव्य गोष्ठी एवं मेधावी सम्मान समारोह कार्यक्रम सरदार जी ढाबा सिविल लाइंस प्रयागराज में बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं व साहित्यकारों के बीच धूमधाम से संपन्न हुआ।  मुख्य अतिथि -महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी, अति विशिष्ट अतिथि -साहित्यकार प्रमिला भारती,  साहित्य भूषण, विशिष्ट अतिथि-डा० श्लेष गौतम, अध्यक्षता -डॉ स्नेह सुधा ने की।  कुशल मंच संचालन -सुश्री क्षमा द्विवेदी ने किया।  कार्यक्रम का संयोजन-सुश्री स्वाति निरखी ने किया।  कार्यक्रम का शुभारंभ माॅं  सरस्वती के चित्र पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ सरस्वती वंदना व स्वागत गीत डॉ नीलिमा मिश्रा की प्रस्तुति से हुआ, तत्पश्चात कवियों व कवयित्रियों को अंगवस्त्रम व स्मृति पु

अधिवक्ता परिषद् सोनभद्र इकाई द्वारा महिला शक्तिकरण विषय पर संगोष्ठी का आयोजन

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अधिवक्ता परिषद् सोनभद्र इकाई द्वारा महिला शक्तिकरण विषय पर संगोष्ठी का आयोजन   सोनभद्र : (जिला ब्यूरो चीफ पवन कुमार की रिपोर्ट) अधिवक्ता परिषद् सोनभद्र इकाई द्वारा महिला शक्तिकरण विषय पर संगोष्ठी का आयोजन आज दिनांक 28 मार्च 2023 को सोनभद्र बार सभागार में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ में मां सरस्वती व भारत माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर मां सरस्वती की वंदना के साथ प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिवक्ता परिषद सोनभद्र इकाई के अध्यक्ष शशांक शेखर कात्यायन एड0 व स्वागत व अतिथि परिचय महामंत्री अधिवक्ता परिषद सोनभद्र इकाई नीरज कुमार सिंह ने कराया। कार्यक्रम का संचालन कार्यकारिणी सदस्य राजीव सिंह गौतम एड0 ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ महिला अधिवक्ता पूनम सिंह,विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता परिषद के संरक्षक द्वय वरिष्ठ अधिवक्ता सूर्य प्रताप सिंह व वरिष्ठ अधिवक्ता अमरेश चंद्र पांडेय रहे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जनपद सोनभद्र की गौरव एवं अपनी प्रतिभा से देश,प्रदेश व विदेश में एक गरिमामई कवियित्री के रूप में पहचान बनाने वाली सुप्रसिद्ध कवियित्र

जय माता दी, जय माता दी

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जय माता दी, जय माता दी आदि शक्ति मां के पूजन का अवसर है नवरात्रि का पवित्र पावन सुअवसर है मां के नौ रुपों का पूजन वंदन होता है। सबके मन में मां के प्रति श्रद्धा दिखती है प्रथम दिवस को कलश स्थापना के साथ मां शैलपुत्री के पूजन से नवरात्रि शुरू होता है । द्वितीय दिवस मां ब्रह्मचारिणी का वंदन अर्चन होता है, तृतीय दिवस मां चंद्रघंटा घर घर में पूजी जाती हैं चतुर्थ दिवस मां कुष्मांडा की आराधना होती है  पंचम दिवस मां स्कंदमाता को हम सभी मनाते हैं षष्टम दिवस मां कात्यायनी की आराधना करते हैं सप्तम दिवस मां कालरात्रि को हम सभी पूजते हैं अष्टम दिवस मां महागौरी को हम शीष झुकाते हैं नवम दिवस मां सिद्धिदात्री को चुनरी आदि चढ़ाते हैं। नौ दिन हम सब भक्त मां को तरह तरह से मनाते हैं दुःख दर्द मिटे, हो कल्याण हमारा यही विनय हम करते हैं। जगत जननी से विश्व कल्याण की कामना याचना। हम मां के सारे भक्त यही प्रार्थना, आदिशक्ति से करते हैं। श्रद्धा भाव से हम सब घर घर में दरबार सजाते हैं। धूप दीप सिंदूर नारियल पुष्प आदि मां को भेंट चढ़ाते हैं। साजोसज्जा संग मंदिरों में शंख घंटा घड़ियाल बजाते हैं पूजन ह

प्रशस्ति पत्र और मेडल पाकर खिले नौनिहालों के चेहरे

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प्रशस्ति पत्र और मेडल पाकर खिले नौनिहालों के चेहरे सोनभद्र : (जिला ब्यूरो चीफ पवन कुमार की रिपोर्ट) प्राथमिक विद्यालय राबर्ट्सगंज - 2 में आज दिनांक 24 मार्च को 'चहक बैठक' और 'निपुण छात्र सम्मान समारोह' सकुशल सम्पन्न हुआ कक्षा 1 के 13 निपुण  बच्चों को मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर उनका उत्सावर्धन किया गया।  डीसी जय किशोर वर्मा सर द्वारा सभी को शिक्षा के प्रति जागरूक किया, स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ्य मस्तिष्क का वास होता है, सभी अभिभावकों को बताया गया।  प्रधानाध्यापिका सुषमा सिंह के द्वारा उपस्थित सभी अभिभाकों का भी विद्यालय परिवार की तरफ उनका स्वागत किया गया एवं ARP हृदेश कुमार सिंह ने अभिभावकों का  उन्मुखीकरण कर विद्यालय से जुड़ने को प्रेरित किया गया।  12 सप्ताह के रेडीनेस कार्यक्रम से अभिभावकों को अवगत कराएं, सभी अभिभावक अपने बच्चों को  नियमित स्कूल भेजने का आश्वासन दिए।

22 मार्च 2023 से चैत्र नवरात्र तथा भारतीय नव वर्ष प्रारम्भ : डॉ. देव नारायण पाठक

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22 मार्च 2023 से चैत्र नवरात्र तथा भारतीय नव वर्ष प्रारम्भ : डॉ. देव नारायण पाठक  प्रयागराज : (जिला संवाददाता डॉ आलोक कुमार विश्वकर्मा की रिपोर्ट) नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय प्रयागराज के ज्योतिष कर्मकाण्ड वास्तुशास्त्र एवं संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ देव नारायण पाठक ने बताया कि 22 मार्च 2023 बुधवार से वासन्त नवरात्र का प्रारंभ हो रहा है। सनातन धर्मावलंबियों हम सबका नव वर्ष विक्रम संवत्सर २०८० (नल नामक संवत्सर) का प्रारंभ भी आज के दिन ही होता है।    इस, वर्ष एक दिन पूर्व रात्रि से ही प्रतिपदा तिथि लग रही है जो कि 22 मार्च बुधवार को रात्रि 9:28 बजे तक रहेगी, प्रथम दिवस के ब्रह्ममुहूर्त से ही मां कीआराधना से नव वर्ष का उत्सव प्रारम्भ हो जाता है, अतः ब्रह्म मुहूर्त भोर 3:50 से लेकर दिवस पर्यन्त सूर्यास्त काल 6:00 बजे तक में किसी भी समय कलश स्थापन, दुर्गा जी का पूजन तथा दुर्गा पाठ प्रारम्भ  किया जा सकता है,  इसमें अलग से  किसी भी प्रकार का मुहूर्त या समय देखने की आवश्यकता नहीं है। एक प्रश्न के उत्तर में डाॅक्टर पाठक ने बताया कि आजकल  तथाकथित ज्योतिषियों के द्वारा अपने वैश

मौन निमंत्रण

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मौन निमंत्रण मौन निमंत्रण लफ्जों का, नज़रों का कोई कर के दिखाओ। मिले जब अनजान राहों में, अंखियां भी बोल कर बताएं। मौन की परिभाषा झुकी नजरों से इज़हार करे लेकर हाथों में हाथ ख़ामोशी की खुश्बू दिल को छू जाएं। चंचल सी नज़रें होठों पर मुस्कान लाएं। - प्रतिभा जैन टीकमगढ़, मध्य प्रदेश