ज्योत्सना सिंह द्वारा लिखी रचना- भारतीय नारी के लिए "तीजअखंड सौभाग्य" है।
ज्योत्सना सिंह द्वारा लिखी रचना- भारतीय नारी के लिए "तीज अखंड सौभाग्य" है। (तीज गीत) भारतीय नारी के लिए "तीज अखंड सौभाग्य" है। शिव को पाने की कठोर तपस्या का सुंदर "परिणाम" है। तीज मांग के "सिंदूर" है ,कंगन और महावर है, सज संवरकर ,कर सोलहों श्रृंगार,लगा मेंहदी। बन ठन कर चली, दुल्हन बन अपने प्यारे "पिया" की, करने पूजन गौरी-पार्वती, कैलाशी औघरदानी "शिव" की। तीज स्नेह है, तीज प्रेम है, सुहाग की निशानी है, आशा और विश्वास की कहती अमर कहनी है। लेखिका- ज्योत्सना सिंह आगरा, उत्तर प्रदेश अनुज्ञा सदस्य डॉ सत्या होप टॉक