ऋणानुबन्ध का आयोजन
ऋणानुबन्ध का आयोजन जहाँ बारिश न हो, वहाँ की फसलें खराब हो जाती हैं, जहाँ धर्म संस्कार न हों, वहाँ की नस्लें खराब हो जाती हैं- "अज्ञात" भारतीय संस्कृति की मंदाकिनी सतत् प्रवाहित होती रहे तथा इसमें पुण्य स्नान हेतु हिंददेश परिवार छत्तीसगढ़ इकाई ने एक नवीन आनलाइन उपक्रम "ऋणानुबन्ध" का आयोजन किया। जो संस्कृति व अध्यात्म से सम्बन्धित होने के साथ साथ भारतीयों के विश्वास और मान्यताओं से भी जुड़ा हुआ है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि हिंददेश परिवार की संस्थापिका डॉ. अर्चना पाण्डेय 'अर्चि' थीं, जिन्होंने कार्यक्रम का खूबसूरत आग़ाज़ किया। 01 दिसम्बर 2022 की शाम 7:00 बजे यह कार्यक्रम संस्था की अध्यक्षा रंजना श्रीवास्तव के द्वारा प्रस्तुत "ऋणानुबन्ध" की प्रस्तावना और संकल्पना के साथ प्रारम्भ हुआ, जो 13 जनवरी 2023 को सम्पन्न होगा। इसी श्रृंखला में 32 वक्ता प्रतिदिन एक एक कथानक के माध्यम से कर्मफल और पुनर्जन्म के सिद्धान्त की पुनरावृत्ति करेंगे और ऋण से मुक्ति हेतु मनीषियों द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का आह्वान करेंगे। आध्