घर की शान बेटियां : ओम प्रकाश श्रीवास्तव
घर की शान बेटियां : ओम प्रकाश श्रीवास्तव (घर की शान बेटियां ) बेटियां बेटियां बेटियां बेटियां, घर की शान होती है बेटियां, जग का मान होती है बेटियां, पूजन आधार होती हैं बेटियां। बेटियों को उच्च शिक्षित करना, पुत्र पुत्री में कभी भेद न रखना, पुत्री का आंचल खुशी सें भरना, जीवन को सुखमय तुम करना। जीवन का मर्म जो जन जानते, बेटियों को देवी स्वरूप है मानते, बेटी को हैं हृदय में अपने बसाते, शिक्षा निधि है उनमें वह सजाते। आप भी अंधविश्वास को तोड़ो, बेटा बेटी का विभेद उर से छोड़ो, कह ओम बेटा बेटी सभी पढ़ाओ, संस्कारों से इस जग को सजाओ।। -ओम प्रकाश श्रीवास्तव "ओम" कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश