संदेश

गोष्ठी लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

शिकसा द्वारा बसंतोत्सव "मां ज्ञान दायिनी ज्ञान दे .. का हुआ आयोजन

चित्र
शिकसा द्वारा बसंतोत्सव "मां ज्ञान दायिनी ज्ञान दे .. का हुआ आयोजन       दुर्ग, छत्तीसगढ़ :          शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में हमारे देश के कला व संस्कृति के संर्वधन हेतु  व पहचान दिलाने  के बसंत पंचमी के अवसर पर  आनलाइन बसंतोत्सव "मां ज्ञान दायिनी ज्ञान दे . कार्यक्रम का आयोजन संयोजक डॉ शिवनारायण देवांगन "आस" के संयोजक में व सूरज श्रीवास लोक गायक व संरक्षक शिकसा छत्तीसगढ़ के अध्यक्षता में संपन्न हुआ।                     कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वंदना- एस.वीणा पटेल शिक्षिका प्रयास विद्यालय रायपुर व राजगीत- सुनीता साहू-सहायक शिक्षक बेल्हा बिलईगढ बलौदाबाजार ने प्रस्तुत कर किया ।                     सर्वप्रथम संयोजक डॉ. शिवनारायण देवांगन "आस" ने बसंत पंचमी पर प्रकाश डालते हुए जानकारी दिया।           तदपश्चात अध्यक्ष कौशलेन्द्र पटेल, महासचिव जितेन्द्र कुमार रत्नाकर, संयुक्त सचिव संजय कुमार मैथिल, संगठन मंत्री महेत्तर लाल देवांगन, प्रवक्ता-घनश्याम प्रसाद श्रीवास, प्रातांध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ लक्ष्मी करियारे, प्रचार म

महिला साहित्यिक मंच एवं इरा पब्लिशर्स के संयुक्त तत्वावधान में एक गोष्ठी का हुआ आयोजन

चित्र
 महिला साहित्यिक मंच एवं इरा पब्लिशर्स के संयुक्त तत्वावधान में  एक गोष्ठी का हुआ आयोजन कानपुर :  आज कानपुर महिला साहित्यिक मंच एवं इरा पब्लिशर्स के संयुक्त तत्वावधान में मोतीझील में डॉ सुषमा त्रिपाठी के सत्तरवें जन्मदिन के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। आपके आगामी कथा-संग्रह 'मिडल क्लास लड़की' के कवर पेज का अनावरण उन्हीं के हाथों किया गया। इस अवसर पर संस्था की ओर से सुषमा त्रिपाठी जी को शॉल, स्मृति चिन्ह एवं माल्यार्पण कर सम्मानित भी किया गया। तत्पश्चात वहाँ उपस्थित सभी महिला  रचनाकारों ने कविता, गीत, ग़ज़ल एवं लघुकथा आदि विभिन्न विधाओं में अत्यंत सुंदर प्रस्तुतियाँ दीं। काव्य-गोष्ठी में डॉ जया राजपूत, डॉ आशा सिंह, अर्चना गंगवार, डॉ गायत्री सिंह, चाँदनी पाण्डेय, डॉ राधा शाक्य,अनिता मौर्या, अन्नपूर्णा बाजपेई,अंजना बाजपेई, अंजलि सागर, सीमा सक्सेना 'वर्णिका ' प्रतीक्षा तिवारी, नीरू श्रीवास्तव,मधु मोहिल, राखी कुलश्रेष्ठ, शिवा, सुषमा सिंह, सुषमा सिंह'उर्मि' , अलका मिश्रा ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुषमा त्रिपाठी ने एवं संचा

"आगमन "की संगोष्ठी हुई संपंन्न

चित्र
"आगमन "की संगोष्ठी हुई संपंन्न  लखनऊ  :   दिनांक 15 नवम्बर 2021 को  कथा मैदान, आशियाना में चल रहे लखनऊ एक्सपो 2021 में मुनाल उत्तरांचल पूर्वांचल कला उत्सव के तहत  रेखा रावत बोरा के संयोजन में आगमन की संगोष्ठी  आयोजित की गयी। जिसमें मुख्य अतिथि रूहेलखंड व आगरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मोहम्मद मुज़म्मिल व विशिष्ट अतिथि मुनालश्री विक्रम बिष्ट की उपस्थिति में काव्य पाठ किया गया। कार्यक्रम का आग़ाज़ डॉ अर्चना श्रीवास्तव जी के उद्बोधन व वाणी वन्दना  "हंसारूढ शारदे मां तम में प्रकाश भर, मनोज शुक्ल'मनुज' -ज़ीवन जीने का मंत्र राम, रेखा बोरा- आज क्यों प्रिय मुझसे यह अनुबंध, मंजूषा श्रीवास्तव- इश्क कीजे तो छुपाने की जरूरत क्या है, विक्रम मिश्र 'अनगढ़'- ख़ाक में मिल जाने पर तू दुनिया से क्या चाहे, नीरजा नीरू- छोटू बनता बड़ा तभी जब ज़िम्मेदारी पड़ती है,  वर्षा श्रीवास्तव- हमारी आँख का पानी कहीं पत्थर न हो‌ जाये, डॉ रूबी राज सिन्हा-नारी तू शक्ति है, रश्मि लहर- डुबो दो ख़ुशी में लिखो न उदासी, उपमा आर्य- दुनिया में कोई जात बराबर न आपके, कनक वर्मा- दो दो घ

शहर समता विचार मंच महिला गोष्ठी कानपुर इकाई की अक्टूबर माह की काव्यगोष्ठी सम्पन्न

चित्र
शहर समता विचार मंच महिला गोष्ठी कानपुर इकाई की अक्टूबर माह की काव्यगोष्ठी सम्पन्न कानपुर : शहर समता विचार मंच महिला गोष्ठी कानपुर इकाई की महिला काव्य गोष्ठी सीमा वर्णिका  के संयोजन में रचना सक्सेना की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई ।इस काव्यगोष्ठी की मुख्य अतिथि कविता उपाध्याय  एवं विशिष्ट अतिथि अन्नपूर्णा बाजपेई तथा रजनी त्रिपाठी रहीं।  यह काव्य गोष्ठी 4 बजे से 6 बजे तक चली जिसका शुभारंभ अध्यक्षता कर रही रचना सक्सेना द्वारा दीप प्रज्वलन और सरस्वती की मूर्ति में माल्यार्पण द्वारा किया गया। सरस्वती वंदना की सुंदर प्रस्तुति सुनीता गुप्ता द्वारा की गयी। काव्य गोष्ठी का कुशल संचालन सीमा वर्णिका ने किया। इस काव्य गोष्ठी में सीमा अग्रवाल ने तुम जब भी आना नवप्रभात, संतोषी दीक्षित ने पिरोए प्रेम के मोती, सोनल ओमर ने जीवन एक वृक्ष है, अर्चना गंगवार ने मै सोडियम तुम पोटेशियम, नीरू श्रीवास्तव ने मीरा तो मै जन्म जन्म की,रजनी त्रिपाठी ने मुहब्बत से बढ़कर नहीं चीज कोई, अन्नपूर्णा बाजपेई ने नारी का सम्मान करें नहीं अपमान करें, सीमा वर्णिका ने क्यों जलाते रावण बतलाओ तुम ,सुधा शर्मा

बेटी दिवस पर 'नव साहित्य परिवार भारत' का संगीता के ई संकलन 'शब्दोपहार' का विमोचन सम्पन्न

चित्र
बेटी दिवस पर 'नव साहित्य परिवार भारत' का संगीता के ई संकलन 'शब्दोपहार' का विमोचन सम्पन्न      नव साहित्य परिवार भारत के संस्थापक एवं अध्यक्ष आ.अमित कुमार बिजनौरी जी की दृढ़ इच्छाशक्ति, अदम्य उत्साह एवं अथक परिश्रम से संकलित "शब्दोपहार" ई काव्य पुस्तक श्रृंखला के द्वितीय संकलन का आनलाइन विमोचन 26 सितंबर को वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार आदरणीय सुधीर श्रीवास्तव जी के कर कमलों से उल्लासपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ।           अबूहलीफा, कुवैत निवासी(मूलतः म.प्र.,भारत) कवयित्री और नव साहित्य परिवार की वरिष्ठ सदस्या आ. संगीता चौबे पँखुड़ी जी को साहित्यिक संस्था 'नव साहित्य परिवार भारत' ने 26 सितंबर को उनके जन्मदिन पर उनकी रचनाओं के ई काव्य संकलन "शब्दोपहार" का विमोचन कराकर उन्हें शानदार /यादगार तोहफा दिया है।             पुस्तक का विमोचन करते हुए आदरणीय सुधीर श्रीवास्तव जी ने बताया कि यह पुस्तक आदरणीय अमित कुमार बिजनौरी जी के अथक परिश्रम और चिंतन से तैयार कर दी गई। श्री श्रीवास्तव जी ने श्रीमती संगीता  को जन्मदिन की हार्दिक बधाइयाँ देते हुए उ

सामयिक परिवेश हिंदी पत्रिका की प्रयागराज में काव्य गोष्ठी संपन्न

चित्र
सामयिक परिवेश हिंदी पत्रिका की प्रयागराज में काव्य गोष्ठी संपन्न       दिनांक 20/07/2021 को प्रातः दस बजे से चंद्रशेखर आजाद पार्क प्रयागराज (उ.प्र.) में सामयिक परिवेश हिंदी पत्रिका के सौजन्य से एकभव्य और शानदार काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।  जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पत्रिका के सह संपादक श्री श्याम कुंवर भारती ( बोकारो झारखण्ड ) ने भाग लिया। गोष्ठी का संचालन श्री संजीव कुमार शुक्ला ने किया। अतिथियों का स्वागत युवा कवि इंद्रसेन भारती ने किया । काव्य पाठ में आ. संजीव शुक्ला ने लक्ष्मण और मेघनाथ युद्ध प्रसंग का ओज काव्य पाठ किया। आ. इंदर सेन भारती ने भाव आधारित रचना प्रस्तुत किया।इसके अलावा आ.कुमार शैलेश तिवारी, मृत्युंजय मिश्रा, दीपक कुमार, प्रकाश सिंह, योगेश कुमार आदि युवा कवियों ने ओज काव्य पाठ कर गोष्ठी मे देश भक्ति की लहर उत्पन्न कर दिया। रायबरेली से आई गीता पांडेय ने भी अपनी देश भक्ति रचनाओं से सभी में जोश से भर दिया। श्याम कुंवर भारती ने -रोती है क्यों जननी, क्या ग़म तेरे आंचल में है। क्या लग गया कलंक जैसे कि रंग काजल मे है । देश भक्ति रचना सुनाकर खूब

काव्य गंगा में अवगाहन कराने वाला "मंथन साहित्यिक परिवार" द्वारा आयोजित "काव्य संध्या" कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न

चित्र
काव्य गंगा में अवगाहन कराने वाला "मंथन साहित्यिक परिवार" द्वारा आयोजित "काव्य संध्या" कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न दिनांक 19 सितम्बर 2021 को "मंथन साहित्यिक परिवार" के तत्वावधान में "काव्य संध्या" कार्यक्रम का आयोजन किया गया; जिसमें देश के कोने कोने से मूर्धन्य कवियों और साहित्यकारों ने भाग लिया। कार्यक्रम का प्रारम्भ वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार आदरणीय हंसराज सिंह "हंस" जी के दोहा छन्द में रचित सरस्वती वंदना एवं वैदिक ऋचाओं के सस्वर पाठ के साथ हुआ। श्री हंसराज सिंह "हंस" जी के मधुर स्वर में मंत्रोच्चार से अनुगूँजित सम्पूर्ण वातावरण मंत्रमय हो गया। देश के कोने कोने से आन लाइन जुड़े हुए मूर्धन्य कवियों ने अपने कोकिल कंठों से छंद की विभिन्न विधाओं में काव्य पाठ कर मंच पर रसों की अविरल और मधुर धारा बहा दिया।        दिल्ली के वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवि आदरणीय प्रदीप मिश्र "अजनबी" जी बतौर मुख्य अतिथि रहे। आपने मधुर काव्य पाठ से उपस्थित समस्त श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करते हुए अपने आशीर्वचनों से सभी को अभिसिंचित किय

शहर समता विचार मंच गोरखपुर इकाई की काव्यगोष्ठी हुई सम्पन्न

चित्र
शहर समता विचार मंच गोरखपुर इकाई की काव्यगोष्ठी हुई सम्पन्न गोरखपुर :  शहर समता विचार मंच गोरखपुर ईकाई  की महिला काव्य गोष्ठी चित्रा श्रीवास्तव के संयोजन एवं सरिता सिंह के सह संयोजक मे  गीता शुक्ला की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। इस काव्यगोष्ठी की मुख्य अतिथि पूर्णिमा मालवीय एवं विशिष्ट अतिथि उर्वशी उपाध्याय रहीं। यह काव्य गोष्ठीशाम 5 बजे से 6 बजे तक चली जिसका शुभारंभ अध्यक्षता कर रही गीता शुक्ला द्वारा दीप प्रज्वलन और सरस्वती की मूर्ति में माल्यार्पण द्वारा किया गया। सरस्वती वंदना की सुंदर प्रस्तुति प्रतिभा गुप्ता  द्वारा की गयी। काव्य गोष्ठी का कुशल संचालन चित्रा श्रीवास्तव ने किया। इस काव्य गोष्ठी में ममता पॉल, प्रतिभा गुप्ता प्रबोधिनी, ब्रज किशोरी त्रिपाठी, डॉ, नीलम पाण्डेय, डॉ . प्रीति त्रिपाठी, चित्रा श्रीवास्तव, सरिता सिंह, निकहत परवीन, सुनैना गुप्ता, सारिका सिंह,एवं डा ० सुमन सिंह ने अपनी सुंदर रचनाओं की प्रस्तुति द्वारा आयोजन में चार चांद लगा दियें जिसमें ब्रज किशोरी त्रिपाठी द्वारा  हिंदी का ओम ब्रह्मांड गूंजता है, सरिता सिंह रस के भाव सिखाती जीने का हुनर