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ज्ञान, मानव कल्याण की अद्भुत दिशा बोधनी : डॉक्टर डी आर विश्वकर्मा

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ज्ञान, मानव कल्याण की अद्भुत दिशा बोधनी : डॉक्टर डी आर विश्वकर्मा  किसी चीज को समझने व समझाने का माध्यम ही ज्ञान है, जो हमारी बुद्धि की क्षमता को बढ़ाता है, हमें निर्णय लेने की शक्ति प्रदान करता है।ज्ञान व्यक्तित्व को आकार देता है । लोगों के साथ व्यवहार करने एवं व्यवहार को सही करने के लिए एक दिशा बोधक का कार्य करता है। ज्ञान व्यक्ति, तथ्य और सूचना के बीच की कड़ी होता है। बिना बुद्धि के ज्ञान का आत्मसातीकरण संभव नहीं। इसी कारण से कहते हैं कि, निश्चय बुद्धि विजयंती, संशय बुद्धि विनाशयंती। ज्ञान बुद्धि द्वारा ही हम सक्षम, श्रेष्ठ व परिष्कृत प्राणी बनते हैं। हमारी बुद्धि ज्ञान से ही शुद्ध होती है। ज्ञान को यज्ञ के रूप में माना जाता है, ज्ञान हमें शोक के माहौल से निकालता है। ज्ञान से ही हम सुखी व समृद्ध जीवन जीते हैं।इसीलिए कहते हैं कि ज्ञान के सदृश्य इस धरा पर पवित्र कुछ भी नहीं। "न हि ज्ञाननेन सदृश्यम पवित्र मही विद्यते।" आइए, एक उदाहरण द्वारा ज्ञान विज्ञान व विवेक को समझें, हाइड्रोजन के दो कण जब ऑक्सीजन के संपर्क में आते हैं तो पानी बनता है, यह विज्ञान है, लेकिन इस

शिक्षक दिवस - 5 सितंबर

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शिक्षक दिवस - 5 सितंबर  शिक्षक  ज्ञान का सुंदर वाहक ,  करता ज्ञान का सर्वोत्तम प्रसार।  खुद  दीपक  सा  जलकर  भी ,  पूरे समाज का  करे  उद्धार । अनगढ़ पत्थर को मूर्ति बनाना,  शिक्षक का कार्य  बड़ा दुष्कर ।  अज्ञान  के  घोर तिमिर से ,  दूर निकाले खुद हो  तत्पर ।  शिक्षक सदा  पूजित समाज में,  समस्त गुरुजन को सादर नमन।  उपाधि ब्रह्मा ,विष्णु ,महेश  की  ,  कल्याणकारी है जिनका कथन ।  विद्या माता  के  सदृश हमारी ,  पिता  सम  शिक्षक को  जानिए।  यह परम ज्ञान  मनु  ने दिया  ,  उन्हें आदि गुरु सम  मानिए ।   राम गुरु वशिष्ठ ,कृष्ण गुरु सांदीपनी,  शिक्षक  एक  से   एक  महान ।  ईश्वर  को  भी  शिष्य बनाए  ,  स्थापित  किया  उत्तम स्थान।  शिक्षक कर्मठता की प्रतिमूर्ति,  बच्चों  को आदर्श बनाता है।  प्रेरित करता, निरंतर छात्रों  को,  उन्नत मार्ग दिखाता  है।  शिक्षक  स्वयं  राष्ट्र निर्माता है ,  खुद ही इतिहास बनाता है ।  प्रत्येक विषय का ज्ञान  कराकर  ,  राष्ट्र निर्माण  सिखाता है  ।  शिक्षक दिवस के अवसर पर ,  समस्त गुरुजन को सादर  नमन।  चरितार्थ करें अपने उपाधि  को,  यही सभी का नम्र निवेदन।  -