कन्या नही मिली (कहानी)

कन्या नही मिली 
पसीने से लथपथ राज घर पर आया। राधा-राधा एक गिलास पानी दो अपनी पत्नी को आवाज़ लगाते हुए बोला। राधा - अभी लाई 
राधा पानी का गिलास ले कर आती और बोलती है बस पूड़ी सेकना बाकी है बस सब कुछ बन गया। क्या फ़ायदा इतना जल्दी बनाने का खाना और इतना ज्यादा पूरे गांव का चक्कर लगा कर आ रहा हूं सिर्फ दो ही कन्या मिली? अब कहा से होगा कन्या पूजन? पानी पीते हुए राज ने बोला। सबको लड़के की चाह है इसलिए लड़की को कोख में ही मार डाला अब कन्या पूजन का दिखावा क्यों कर रहे है। पूजन बेटों का कर लो लाइन लगी है गांव में धीरे से राधा बोल कर पूड़ी बनाने चली जाती हैं।
- प्रतिभा अंकित जैन 
उज्जैन, मध्य प्रदेश

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