सुखमिला अग्रवाल भूमिजा को ‘अंतर्राष्ट्रीय काव्य श्री सम्मान ' से नवाजा गया

सुखमिला अग्रवाल भूमिजा को ‘अंतर्राष्ट्रीय काव्य श्री सम्मान ' से नवाजा गया

जयपुर, राजस्थान 

सुखमिला अग्रवाल भूमिजा को दिल्ली के हिन्दी भवन में भव्य लोकार्पण व सम्मान समारोह में यह सम्मान प्रदान किया गया।
यह सम्मान सुखमिला अग्रवाल भूमिजा को देश की जानी मानी वरिष्ठ गीतकार डा.इंदिरा मोहन तथा देश के लब्ध प्रतिष्ठित गजलकार व कई फिल्मों में गीत लिख चुके अनेकों पुरस्कार प्राप्त डा. प्रमोद कुश तन्हां जी के कर कमलों से दिया गया। 
देश विदेश के शताधिक दोहाकारों का अंतरराष्ट्रीय काव्य श्री सम्मान से अलंकरण अंतरराष्ट्रीय 
शब्द सृजन के द्वारा दिल्ली के हिंदी भवन में भारत के अशोक चक्र विजेताओं पर अंतरराष्ट्रीय दोहा संग्रह 'भारत के अशोक चक्र विजेता' का भव्य लोकार्पण हुआ।
सभी मुख्य अतिथि जो अपने अपने क्षेत्र में महारत लिये हुए हैं, इनके द्वारा दिया गया स्वागत भाषण संक्षिप्त व बहुत ही प्रभावशाली रहा। 
इस समारोह में विशेष आकर्षण रहा भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय कवि कुमार विश्वास जी के पिताजी का बतौर मुख्य अतिथि इस कार्यक्रम में आना। 
जैसे ही उनके सम्मान हेतु नाम की उद्घोषणा हुई, पूरे सदन ने खडे होकर देर तक तालियाँ बजाकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। 
इसमें सभी अशोक चक्र विजेताओं के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर सम्पूर्ण विश्व के हिंदी 167 दोहाकारों ने अपनी कलम चलाई है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष देश के ख्यातिप्राप्त वरिष्ठ साहित्यकार डॉ चन्द्रपाल शर्मा, मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल विष्णुकांत चतुर्वेदी, विशिष्ट अतिथि दिल्ली हिंदी साहित्य सम्मेलन की अध्यक्ष डॉ इंदिरा मोहन एवं विशिष्ट अतिथि फ़िल्म गीतकार एवं साहित्यकार डॉ प्रमोद कुश 'तनहा' ने इस ऐतिहासिक ग्रन्थ का लोकार्पण किया तो समूचा सभागार भारतमाता की जय के नाद से गूँजने लगा।
डॉ चन्द्रपाल शर्मा ने इस ग्रन्थ को राष्ट्रीय महत्व का ग्रन्थ बताया।मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल विष्णुकांत चतुर्वेदी(सेवानिवृत्त) ने इस ग्रन्थ को भारत के  शौर्य की संज्ञा दी।
देश की वरिष्ठ गीतकार डॉ इंदिरा मोहन ने इसे अभूतपूर्व एवं कालजयी ग्रन्थ की संज्ञा दी।
ग्रन्थ की समीक्षा करते हुए डॉ प्रमोद कुश 'तनहा'  ने कहा भारत की वीरता शौर्य बलिदान की गाथा का ऐतिहासिक ग्रन्थ है।
इस अवसर पर इस ग्रन्थ की सहभागी रचनाकार जयपुर की कवयित्री सुखमिला अग्रवाल भूमिजा को ‘अंतरराष्ट्रीय काव्य श्री सम्मान’ से अलंकृत किया गया।
नवम्बर में ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से 201 कवियों के साथ सुखमिला अग्रवाल भूमिजा का उत्कृष्ट काव्यपाठ अशोक चक्र विजेता राय बहादुर राय पर था ।इसी काव्यपाठ के बाद संकलन में उनकी रचना को स्थान मिला।यह काव्यपाठ जिसे इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्डस में दर्ज किया गया है उन्हीं में से चयनित 167 दोहाकारों की रचनाएं सम्मिलित करके इस ग्रन्थ को प्रकाशित किया गया है।
इस कालजयी ऐतिहासिक 'भारत के अशोक चक्र विजेता' में भारत सहित अमेरिका इंडोनेशिया नेपाल, अबुधाबी आदि देशों 167 दोहाकारों के 2063 दोहे संकलित हैं जो हिंदी साहित्य में एक विशाल दोहा ग्रन्थ माना जायेगा।

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