नवरात्र की वैज्ञानिकता : अर्चना कोहली

नवरात्र की वैज्ञानिकता : अर्चना कोहली 
नाम में ही इसके छिपा वैज्ञानिक आधार
रात्रि से ही जुड़े  सिद्धि-साधना के तार।
दिन में स्वर हमारा दूर तक न पहुँच पाता
भास्कर-किरणों द्वारा अवरोध पा जाता।।

ऋतु संधिकाल में होता इसका आगमन
तन में वात-पित्त-कफ का हो समायोजन।
अल्पाहार  से अनुशासित जीवन होता
रोग-शमन का सरल उपाय ये व्रत होता।।

ध्यान-हवन-पूजन से मानसिक बल बढ़ता
नैतिक-बल से अद्भुत ऊर्जा प्रवाह बनता।
सत्व गुण से सकारात्मकता-संचार हो जाता
लक्ष्य प्राप्ति का निज मार्ग सुगम बन जाता।।

दिनकर इसी समय ही दिशा-परिवर्तन करता
राशि की चाल का जीवन पर प्रभाव पड़ता।
भारतीय संस्कृति में देवी ऊर्जा का स्रोत है
आंतरिक शक्ति को जगाना ही प्रयोजन है।।

मानव-प्रकृति का अद्भुत तालमेल त्योहार
आध्यात्मिकता के गूढ़ राज हैं सुंदर वार।
वैज्ञानिकता-पुट से भरे होते सभी त्योहार
भक्ति की लहर जगा दे जाते खुशी-संसार।।

-अर्चना कोहली
नोएडा (उत्तर प्रदेश)

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