शिक्षकों का राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान, विश्वकर्मा महासभा ने किया सम्मान : अशोक विश्वकर्मा

पड़ाव, दुल्हीपुर, वाराणसी : 
आज 5 सितंबर 2021 को ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में दुल्हीपुर स्थित केंद्रीय कार्यालय पर शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन जी का जन्मदिन केक काटकर हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान करने वाले शिक्षकों को माल्यार्पण कर व तिलक लगाकर तथा अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया गया।
 कार्यक्रम का आरंभ सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने डॉक्टर राधाकृष्णन के जीवन कृतित्व और आदर्शों की चर्चा करते हुए कहा कि वह भारतीय संस्कृति के संवाहक शिक्षाविद दार्शनिक और महान विचारक थे।उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से विभूषित कर सम्मानित किया गया।
वह शिक्षकों के प्रेरणा स्रोत तथा गौरव और स्वाभिमान के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा शिक्षक छात्रों को नया आयाम दे कर उनके जीवन को संवारते हैं। वह हमें सिर्फ शिक्षित ही नहीं करते वरन जीवन की राह भी दिखाते हैं। तथा जीवन को आकार और प्रेरणा देकर अच्छा नागरिक बनाते हैं। वास्तव में शिक्षक मानवता का निर्माण करने वाला एक कुशल शिल्पी है। इस अवसर पर  राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दर्जन भर से अधिक शिक्षकों को सम्मानित किया। सम्मानित किए गए शिक्षकों में प्रमुख रूप से सर्वश्री विवेक कुमार विश्वकर्मा, प्रेम नाथ शर्मा, राजेश कुमार विश्वकर्मा, संतोष कुमार मौर्य, आनंद कुमार विश्वकर्मा, विनोद कुमार, छबीले विश्वकर्मा, मनोज कुमार, मदन सिंह, राजाराम कुशवाहा, हेमंत विश्वकर्मा आदि लोग रहे। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से वाराणसी जिला अध्यक्ष नंद लाल विश्वकर्मा, चंदौली जिला अध्यक्ष श्रीकांत विश्वकर्मा, विधि प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सुरेश शर्मा एडवोकेट, रामलोचन विश्वकर्मा, सुरेश विश्वकर्मा, महेंद्र विश्वकर्मा, शमीम, अख्तर अंसारी, कन्हैया यादव, अमित विश्वकर्मा, दीपक विश्वकर्मा आदि लोग उपस्थित थे।

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