कुछ रिश्ते खास क्या कहते हैं : सरिता सिंह

कुछ रिश्ते खास क्या कहते हैं : सरिता सिंह 

एक अनोखा रिश्ता है मां संग बेटी ।
 रिश्ता एक अनोखा जैसे सब्जी संग रोटी  सा।
 एक अनोखा रिश्ता है संगिनी संग साथी का ।
रिश्ता हो अनोखा जैसे दीया और बाती सा।

एक अनोखा रिश्ता है सखी संग सहेली का।
रिश्ता हो जैसे अनोखा हंसी और ठिठोली सा

 एक अनोखा रिश्ता है भाई संग बहना का ।
सोने चांदी के तारों में रखी और गहनों सा।

एक अनोखा रिश्ता है मौसी और ताई  का।
दूध से बनी मीठी दही और मिठाई सा।

एक अनोखा रिश्ता है  बच्चों बुजुर्गों का।
धरती पर संस्कारों के जैसे कोई स्वर्ग सा।

-सरिता सिंह
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश 

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