101 नवागंतुक कवियों के सम्मान में प्रभा जी ने लिखी कविता, बढ़ाया डॉ सत्या होप टॉक क़ा मान

101 नवागंतुक कवियों के सम्मान में प्रभा जी ने लिखी कविता, बढ़ाया डॉ सत्या होप टॉक क़ा मान

वाराणसी : 

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉक्टर सत्य प्रकाश के आह्वान पर देश के कोने कोने से जुड़ रहे साहित्यकारों ने शिक्षा अभियान को बल देने के लिए अपना संपूर्ण मन बना लिया है.
 आज प्रभा दुबे जो रीवा मध्य प्रदेश से अनुज्ञा सदस्य के रूप में डॉक्टर सत्य प्रकाश जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं, उन्होंने नवागंतुक कवियों के लिए स्वागत ध्येय कविता लिखा है, शिक्षा के इस अभियान का महत्व भी बताया है और देश के लिए कितना प्रासंगिक है यह अभियान इसको भी रखा है!
 जो सदस्य इस अभियान से जुड़ना चाहते हैं, वे सभी कवि के साथ कॉफी फेसबुक ग्रुप में जुड़ रहे हैं.
 ऐसी चौदह 10 दिवसीय कार्यशालाओं को पूरा करने के पश्चात,
डॉ सत्य प्रकाश क़ा मानना है, कि समाज के प्रति साहित्यकारों ने जितना अच्छा दायित्व निभाया है, इससे समाज के मानसिक तनाव को दूर करने में बहुत मदद मिली है.
 महामारी के इस काल में इस तरह की यह पहली वर्चुअल मीट कार्यक्रम है जिसमें, जुड़ने वाले सदस्य पूरे वर्ष कार्यशाला में भाग लेते रहते हैं!
 आइए इस कविता क़ा आंनद ले!

स्वागतम।   स्वागतम।   स्वागतम।

एक सौ एक कवियो  के आने से,
पूर्ण हो रहा अनुज्ञा आह्वान, 
बनी रहे ऐसी ही आगत,
करते हैं  हम सबका स्वागत।

मेरी ऐसी अभिलाषा, 
निर्मल हो सबकी भाषा,
मंच को सब मिलकर बढाए,
शिक्षा अभियान को सफल बनाए।

सत्य जी ने जो मंच चलाया,
हम सबको अपना बनाया,
एक माल मे है पिरोया,
सबको बोलना सिखलाया।

शिक्षा अभियान को आगे लाकर,
साहित्य जगत को है जोड़ा, 
जो तारे अदृश्य  थे आजतक,
उन्हे चांद की राह दिखाया।

दिखलाए हम अपना ग्यान, 
बढे जिससे शिक्षा का मान,
बढेगा जब शिक्षा का मान,
भारत  पाएगा सम्मान।

डा0 सत्या होप टाक, अनुज्ञा सदस्य (प्रभा दुबे, रीवा, मध्य प्रदेश)

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सोनभद्र के परिषदीय विद्यालयों में राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ की टीम ने की गुणवत्ता को जांच

विशिष्ट स्टेडियम तियरा के प्रांगण में विकसित भारत संकल्प यात्रा सकुशल संपन्न

इसरो प्रमुख एस सोमनाथ बने विश्व के कीर्तिमान