बेटी ससुराल में खुश रही : एक पिता

        (सच्ची कहानी)

बेटी ससुराल में खुश रही : एक  पिता 
एक पिता बहुत दिनों बाद अपनी बेटी के घर जाता है। बेटी और दामाद दोनों ने बहुत सेवा सत्कार किया। बेटी के चेहरे पर मुस्कान देखकर पिता भांप लेता है कि मेरी बेटी अपने पति के साथ ससुराल में बहुत खुश है। यह मेरे अच्छे संस्कार व शिक्षा का फल है।

-गौतम विश्वकर्मा 
प्रधान संपादक 
(हिन्दुस्तान जनता न्यूज़)

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