रक्षाबंधन पर्व, मुहुर्त, मन्त्र व मनाने की विधी

                  श्रावण शुक्ल पुर्णिमा
             03/08/2020- सोमवार
                        रक्षाबंधन पर्व

आज के दिन बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके खुशहाल जीवन की कामना करती हैं। भाई भी अपनी बहनों को उनकी रक्षा का वचन देते हैं।
03 अगस्त 2020 सोमवार को सुबह 09:28 बजे के बाद किसी भी समय राखी बांधी जा सकती है।
रक्षाबंधन(राखी) इस बार 03 अगस्त 2020 सोमवार को है, खास बात यह है कि इस दिन श्रावण सोमवार भी है। रक्षाबंधन पर भद्रा योग सुबह 9:30 बजे ही समाप्त हो जाएगा। अत: पूरे दिन राखी बांधने का समय रहेगा।
आचार्य गोविन्द पाण्डेय "ध्रुव जी" के अनुसार, रक्षाबंधन मनाने के लिए पहले राखी की थाली सजा लें, जिसमें रोली, चंदन, अक्षत, दही, रक्षा सूत्र अर्थात् राखी और मिठाई रखें तथा अलग से घी का दीपक भी जलाकर रख लें। रक्षा सूत्र और पूजा की थाली व दीपक सबसे पहले भगवान को समर्पित करें। इसके बाद भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके बिठाकर भाई के माथे पर तिलक लगाकर बहनों के द्वारा ‘‘येन बद्धो बलिराजा, दानवेन्द्रो महाबलः। तेनत्वाम प्रति बद्धनामि, रक्षे माचल-माचलः।।’’ इस मंत्र को बोलकर भाई को रक्षा सूत्र बांधें और आरती करें फिर इसके बाद भाई को मिठाई खिलाएं।
आचार्य गोविन्द पाण्डेय "ध्रुव जी" के अनुसार, राखी बांधते समय भाई को पूर्व दिशा में मुख करके बैठना चाहिए, जबकि तिलक लगाते समय बहन का मुंह पश्चिम दिशा में होना चाहिए। ध्यान रखें कि राखी बांधने के समय भाई और बहन दोनों का सिर ढका होना चाहिए। 
राखी बांधने का मुहूर्त:
03 अगस्त 2020 सोमवार को सुबह 9.28 बजे के बाद किसी भी समय राखी बांधी जा सकती है लेकिन राखी बांधने का सबसे अच्छा शुभ मुहूर्त दोपहर 01.48 बजे से शाम 04.29 बजे तक रहेगा वहीं शाम 07.10 बजे से रात्रि 09.17 बजे तक दुसरा मुहुर्त भी रहेगा। रक्षा बंधन का पर्व रात्रि 09.17 तक ही मनाया जाएगा।
यह रक्षाबंधन बहुत ही खास होने वाला है क्योंकि इस दिन ग्रह-नक्षत्रों के अद्भुत संयोग बन रहे हैं।
रक्षाबंधन पर श्रवण नक्षत्र का होना फलदायी माना जाता है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग व आयुष्मान दीर्घायु योग का शुभ संयोग भी बन रहा है, इस नक्षत्र में भाई की कलाई पर राखी बांधने से भाई, बहन दोनों दीर्घायु होते हैं।

ध्यान रहे जाने-अनजाने में अगर बाजार से राखियां लाने में टूट जाती हैं और हम उसे वापस जोड़कर सही कर लेते हैं। लेकिन अगर कोई राखी खंडित हो जाए तो उसका प्रयोग भाई की कलाई पर ना करें ऐसा करना अशुभ होता है और हाँ प्लास्टिक की राखियों का इस्तेमाल भी ना करें क्योंकि प्लास्टिक को केतु का पदार्थ माना जाता है और ये अपयश को बढ़ाता है, इसलिए रक्षाबंधन के दिन प्लास्टिक की राखियों से बचें और भाई की कलाई पर इसे भूलकर भी न बांधे। अतः ध्यान रखें कि काले रंग का धागा या राखी, टूटी या खंडित राखी, प्लास्टिक की राखी और अशुभ चिन्हों वाली राखी नहीं बांधनी चाहिए। माना जाता है कि अगर कोई बहन इस तरह की राखी अपने भाई को बांधती है, तो भारी नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है।
राखी बांधने के समय भद्रा नहीं होनी चाहिए, कहते हैं कि रावण की बहन ने उसे भद्रा काल में ही राखी बांध दी थी इसलिए रावण का विनाश हो गया, 3 अगस्त 2020 सोमवार को पंचागों के भेद से भद्रा सुबह 09:29 बजे तक है, राखी का पर्व सुबह 09:30 बजे से शुरू हो जाएगा, दोपहर को 01:35 बजे से लेकर शाम 04:35 बजे तक बहुत ही अच्छा समय है, इसके बाद शाम 07:30 बजे से लेकर रात्रि 09:30 बजे के बीच में बहुत अच्छा मुहूर्त है।
इस रक्षाबंधन के दिन बहुत ही अच्छे ग्रह नक्षत्रों का संयोग बन रहा है, इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी है तथा आयुष्मान दीर्घायु योग भी है, 03 अगस्त 2020 सोमवार को चंद्रमा का ही श्रवण नक्षत्र है, मकर राशि का स्वामी शनि और सूर्य आपस मे समसप्तक योग बना रहे हैं, शनि और सूर्य दोनों आयु बढ़ाते हैं, ऐसा संयोग 29 साल बाद आया है।
कोरोना वायरस के मद्देनजर कोरोना संक्रमण का असर भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व पर भी साफ देखने को मिल रहा है। संक्रमण के डर से बहनें दूर रह रहे भाईयों के पास जाने से बच रही हैं। भाईयों को भी न आने की सलाह दी जा रही है।


          - हिन्दुस्तान जनता न्यूज की रिपोर्ट 

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